1. मराठी या हिंदी पेपर की स्क्रैप कीमत अंग्रेजी पेपर की तुलना में कम क्यों है?
2. कंप्यूटर को बंद करने के लिए आपको स्टार्ट बटन पर क्लिक क्यों करना पड़ता है?
3. आपके पीछे की गाड़ी वाला लाल सिग्नल होने पर भी हॉर्न क्यों बजाता है?
4. बड़े लोग बच्चों से तोतली भाषा में बात क्यों करते हैं?
5. उडुपी के होटलों में प्याज के पकौड़े क्यों नहीं मिलते?
6. तश्तरी (प्लेट) से चाय पीने वाले को पागल क्यों समझा जाता है?
7. हर एक औरत अपने पति से क्यों कहती है कि एक मैं ही थी जिसने तुम्हारे साथ शादी की। वरना कोई नहीं करता।
8. जब आप होटल में बैठते हैं तो लड़का आपके सामने नीचे फर्श पोंछने क्यों आता है?
9. होटल में चम्मच से इडली सांभर की सहजन की फली कैसे खाएं?
10. कहा जाता है कि अज्ञान आनंद है, तो मनुष्य ज्ञान प्राप्त करने का प्रयास क्यों करता है?
11. Asian bus के यात्री एसटी के यात्रियों को क्यों नीची नज़र से देखते हैं?
(एसटी बसें सरकारी हैं, जबकि Asian bus निजी हैं।)
12. दो पड़ोसिन दरवाजे पर खड़े होकर यह क्यों कहती हैं कि बहुत काम पड़ा है और आधे घंटे दरवाजे पर ही बात करती हैं।
13. विज्ञापन में शेविंग करने के बाद महिला ही गाल पर हाथ क्यों फिराती है?
14. अनुभवी डॉक्टर भी practice क्यों करते हैं?
15. अगर हम दूसरों के लिए पैदा हुए हैं तो दूसरे लोग किस लिए पैदा हुए हैं?
Confusion hi confusion hai, solution kuchh pataa nahi..,
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मुल्ला नसरुद्दीन अपनी पत्नी, बेटा फजलू और छोटे बच्चे को लेकर-अभी नया-नया, दो ही साल का बच्चा - किसी के घर निमंत्रित थे, भोजन करने गये थे।
सबने छोटे बच्चे को अभी पहली दफा देखा था, इसलिए सभी छोटे बच्चे की बात कर रहे थे।
किसी ने कहा कि बाल तो बिलकुल नसरुद्दीन, तुमसे मिलते हैं। तुम्हारे बाल देख लो कि इसके बाल देख लो।
उसकी पत्नी ने कहा, गुलजान, आंखें तो बस बिल्कुल तुमसे मिलती हैं। ऐसा लगता है, बिल्कुल तुम्हारी आंखों की ही प्रतिध्वनि हैं!
फजलू चुपचाप खड़ा रहा कि देखें मेरे बाबत भी कुछ बोला जाता है कि नहीं। जब देखा कि कुछ कोई नहीं बोल रहा और उसने कहा, 'पाजामा मेरा है! मिलता ही नहीं, बिल्कुल मेरा है!'
फजलू चुपचाप खड़ा रहा कि देखें मेरे बाबत भी कुछ बोला जाता है कि नहीं। जब देखा कि कुछ कोई नहीं बोल रहा और उसने कहा, 'पाजामा मेरा है! मिलता ही नहीं, बिल्कुल मेरा है!'
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*मशहूर हस्तियों की मौजूदगी वाली एक पार्टी में, एक बुजुर्ग सज्जन लाठी के सहारे मंच पर आया और अपनी सीट पर बैठ गया........
होस्ट ने पूछा: "क्या आप अभी भी अक्सर डॉक्टर के पास जाते हैं ?
बुजुर्ग ने कहा, "हाँ, अक्सर जाता हूं !
होस्ट ने पूछा, "क्यों ?"
बुजुर्ग ने कहा, "रोगियों को अक्सर डॉक्टर के पास जाना चाहिए ! तभी डॉक्टर जीवित रह सकता है !!
दर्शकों ने बुजुर्ग की मजाकिया भाषा के लिए तालियाँ बजाईं।
होस्ट ने फिर पूछा: "क्या आप फिर फार्मासिस्ट के पास भी जाते हैं.......
बुजुर्ग ने जवाब दिया: बेशक......... क्योंकि फार्मासिस्ट को भी जीवित रहना है।
इस पर लोगो ने और तालियाँ फिर से बजाई।
होस्ट ने फिर पूछा, " तो क्या आप फार्मासिस्ट के द्वारा दी गई दवा खाते भी हे ?
बुजुर्ग ने कहा, "नहीं ! मैं अक्सर फेंक देता हूँ क्योंकि मै भी जीवित रहना चाहता हूँ !!
इस पर दर्शक और भी हँसे।
अंत में मेजबान ने कहा: "इस साक्षात्कार के लिए आने के लिए धन्यवाद!"
बुजुर्ग ने उत्तर दिया: "आपका स्वागत है ! मुझे पता है, आपको भी जीवित रहना है !!
इस पर दर्शक काफी हंसे और जयकारे लगाने लगे, जो काफी देर तक चलता रहा !
मेजबान ने एक और सवाल पूछा: "क्या आप अक्सर अपने व्हाट्सएप ग्रुप में एक्टिव रहते। हैं ?
*बुजुर्ग ने उत्तर दिया: "हाँ, कभी कभार msgs डालता रहता हूं क्योंकि मैं भी जीवित रहना चाहता हूँ! अगर मैं ऐसा नहीं करूंगा, तो सभी को लगेगा कि मैं मर चुका हूं और ग्रुप एडमिन मुझे डिलीट कर देगा!!"
होस्ट ने पूछा: "क्या आप अभी भी अक्सर डॉक्टर के पास जाते हैं ?
बुजुर्ग ने कहा, "हाँ, अक्सर जाता हूं !
होस्ट ने पूछा, "क्यों ?"
बुजुर्ग ने कहा, "रोगियों को अक्सर डॉक्टर के पास जाना चाहिए ! तभी डॉक्टर जीवित रह सकता है !!
दर्शकों ने बुजुर्ग की मजाकिया भाषा के लिए तालियाँ बजाईं।
होस्ट ने फिर पूछा: "क्या आप फिर फार्मासिस्ट के पास भी जाते हैं.......
बुजुर्ग ने जवाब दिया: बेशक......... क्योंकि फार्मासिस्ट को भी जीवित रहना है।
इस पर लोगो ने और तालियाँ फिर से बजाई।
होस्ट ने फिर पूछा, " तो क्या आप फार्मासिस्ट के द्वारा दी गई दवा खाते भी हे ?
बुजुर्ग ने कहा, "नहीं ! मैं अक्सर फेंक देता हूँ क्योंकि मै भी जीवित रहना चाहता हूँ !!
इस पर दर्शक और भी हँसे।
अंत में मेजबान ने कहा: "इस साक्षात्कार के लिए आने के लिए धन्यवाद!"
बुजुर्ग ने उत्तर दिया: "आपका स्वागत है ! मुझे पता है, आपको भी जीवित रहना है !!
इस पर दर्शक काफी हंसे और जयकारे लगाने लगे, जो काफी देर तक चलता रहा !
मेजबान ने एक और सवाल पूछा: "क्या आप अक्सर अपने व्हाट्सएप ग्रुप में एक्टिव रहते। हैं ?
*बुजुर्ग ने उत्तर दिया: "हाँ, कभी कभार msgs डालता रहता हूं क्योंकि मैं भी जीवित रहना चाहता हूँ! अगर मैं ऐसा नहीं करूंगा, तो सभी को लगेगा कि मैं मर चुका हूं और ग्रुप एडमिन मुझे डिलीट कर देगा!!"
इसलिए सभी प्यारे लोगों मुस्कुराइए और लोगों से जुड़े रहिए।
SARAL VICHAR
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